5 sep braking news in Hindi non copyrighted
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2. **नितिन गडकरी का यातायात नियमों पर बयान**: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यातायात नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना बढ़ाने के बावजूद सुधार नहीं हो रहा है, और इसे बदलने के लिए जनमानस की सोच में बदलाव की जरूरत है
3. **हरियाणा में भाजपा के चुनावी बदलाव**: हरियाणा चुनाव को लेकर भाजपा की सूची में बड़े बदलाव हुए हैं, जिसमें सीएम नायब सैनी की सीट बदल दी गई
4. **दिल्ली में गोलीबारी की घटना**: दिल्ली के नरेला इलाके में गोलीबारी की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग घायल हुए.
5. **पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर गोलीबारी**: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के सैनिकों के बीच सीमा पर गोलीबारी हुई, जिसमें कुछ लोगों की मौत हो गई
6. **राष्ट्रपति जो बाइडेन का बयान**: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जॉर्जिया में हुई शूटिंग की घटना पर दुख जताया और गन वायलेंस को एक महामारी बताया
7. **कोलकाता रेप-मर्डर केस विरोध**: कोलकाता के जादवपुर इलाके में आरजी कर रेप-मर्डर केस के खिलाफ देर रात विरोध प्रदर्शन हुआ
8. **छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर एक्शन**: छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने के मामले में मूर्तिकार जयदीप आप्टे को गिरफ्तार किया गया
Teachers day motivational speaker by Abhay Maurya
गुरु के बिना ज्ञान कहाँ से लाऊँ,
गुरु के बिना सम्मान कहाँ से पाऊँ।
गुरु ही वो दीपक हैं, जो हमें उजाले की राह दिखाते हैं,
उनकी कृपा से ही, हम ऊँचाई तक जाते हैं
।एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक लड़का था जिसका नाम कृष्णा था। कृष्णा बहुत ही जिज्ञासु और मेहनती था, लेकिन उसके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। फिर भी, कृष्णा के अंदर शिक्षा के प्रति गहरी लगन थी। वह अपने गाँव के गुरुजी के पास जाकर शिक्षा ग्रहण करता था, लेकिन उसकी किताबें पुरानी और फटी हुई होती थीं।
गुरु हैं वो दीपक जो जलते हैं,
हर अंधेरे में उजाला भरते हैं।
गुरु का साया है हमारे सिर पर,
उनकी कृपा से ही हम आगे बढ़ते हैं।
गुरुजी ने कृष्णा की इस जिज्ञासा और सीखने की ललक को देखा। उन्होंने कृष्णा से कहा, "बेटा, शिक्षा की राह में कठिनाइयाँ तो आएंगी, लेकिन अगर तुममें सच्ची लगन है तो कोई भी बाधा तुम्हें रोक नहीं पाएगी।"
कृष्णा ने गुरुजी की बातों को अपने मन में बसा लिया। वह सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करता और फिर दिन में खेती के काम में अपने पिता की मदद करता। रात को, जब सभी सो जाते, तो वह फिर से पढ़ाई में जुट जाता। उसकी मेहनत और गुरुजी के मार्गदर्शन ने उसे धीरे-धीरे गाँव का सबसे बुद्धिमान छात्र बना दिया।
गुरु हैं जीवन की सच्ची पहचान,
उनके बिना हर ज्ञान है अधूरा समान।
गुरु की शिक्षा से मिलता है अटल आधार,
उनके बिना जीवन का कोई नहीं है पार।
कुछ सालों बाद, कृष्णा ने बड़े शहर में जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त की और एक सफल इंजीनियर बन गया। गाँव में जब वह वापस आया, तो उसने अपने गुरुजी को सम्मानित किया और कहा, "गुरुजी, आपकी शिक्षा और मार्गदर्शन ने ही मुझे इस मुकाम तक पहुँचाया है। आपके बिना, मैं कुछ भी नहीं कर पाता।"
गुरुजी ने मुस्कुराते हुए कहा, "बेटा, शिक्षा का असली उद्देश्य केवल ज्ञान प्राप्त करना नहीं है, बल्कि उस ज्ञान का उपयोग करके जीवन में आगे बढ़ना है। तुम्हारी मेहनत और लगन ने तुम्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है।"
कृष्णा की यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्चे गुरु की शिक्षा और मार्गदर्शन हमारे जीवन को एक नई दिशा दे सकते हैं। कठिनाइयाँ आएंगी, लेकिन सच्ची लगन और गुरु का आशीर्वाद हमें हर चुनौती से पार करा सकता है।
इस प्रकार, एक शिक्षक का जीवन में महत्व अपार होता है। उनके द्वारा दिए गए ज्ञान और सिखाई गईं शिक्षाएँ हमें जीवन के हर पहलू में सफल बना सकती हैं।
शिक्षक वो नहीं जो केवल किताबों का ज्ञान दे,
शिक्षक वो है जो जीवन का असली मंत्र सिखा दे।
उनकी शिक्षा से जीवन होता है रोशन,
शिक्षक के बिना अधूरी है हर जीवन की किरण।
गुरु का आदर और सम्मान है,
जीवन में यही सबसे बड़ा ज्ञान है।
उनकी दी हुई शिक्षा से मिलता है प्रकाश,
गुरु के बिना जीवन में रहता अंधकार।
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